मुंबई, 17 जुलाई, (न्यूज़ हेल्पलाइन)। उत्तर प्रदेश में भारी बारिश का सिलसिला जारी है। प्रयागराज में गंगा और यमुना दोनों नदियां उफान पर हैं जिससे नदियों के किनारे रहने वाली लगभग पांच लाख की आबादी पानी से घिर चुकी है। हालात इतने बिगड़ चुके हैं कि श्मशान घाटों में पानी भर गया है, जिसके चलते सड़कों पर ही अंतिम संस्कार किया जा रहा है। जम्मू-कश्मीर में भी बारिश के चलते बड़ा हादसा हुआ। बुधवार को अमरनाथ यात्रा के बालटाल मार्ग पर भूस्खलन हुआ जिसमें एक महिला तीर्थयात्री की जान चली गई और तीन लोग घायल हो गए। हादसे के बाद यात्रा को गुरुवार के लिए स्थगित कर दिया गया। बालटाल में फंसे यात्रियों को बॉर्डर रोड ऑर्गनाइजेशन और बचाव दलों की मदद से सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जा रहा है। प्रशासन के मुताबिक शुक्रवार को मौसम की स्थिति देखकर यात्रा दोबारा शुरू की जा सकती है। अब तक कुल 2.47 लाख श्रद्धालु पवित्र गुफा के दर्शन कर चुके हैं।
हिमाचल प्रदेश में 20 जून से लेकर अब तक भारी बारिश, भूस्खलन और बादल फटने जैसी घटनाओं में 109 लोगों की मौत हो चुकी है। इसके अलावा राज्य को 818 करोड़ रुपए से अधिक की सरकारी और निजी संपत्ति का नुकसान हुआ है। राजस्थान के झालावाड़ जिले का ढाबा गांव पूरी तरह से पानी से घिर चुका है, जिससे लोग छतों पर फंसे हुए हैं। नागौर और बहरोड़ में पानी स्कूलों, मंदिरों और कार्यालयों में घुस गया है, जिससे जनजीवन प्रभावित हुआ है। मध्य प्रदेश के मऊगंज जिले में भी लगातार बारिश के कारण ग्रामीण क्षेत्रों में बाढ़ जैसे हालात बन गए हैं। लोग अपने जरूरी सामान के साथ सुरक्षित स्थानों की ओर पलायन कर रहे हैं। बिहार में भी बुधवार को मौसम ने कहर बरपाया। राज्य के विभिन्न जिलों में आकाशीय बिजली गिरने से 20 लोगों की मौत हो गई है, जिससे लोगों में भय का माहौल बना हुआ है।