मुंबई, 17 जुलाई, (न्यूज़ हेल्पलाइन)। लोकसभा चुनाव 2024 के बाद विपक्षी दलों के INDIA गठबंधन की दूसरी बैठक 19 जुलाई, शनिवार शाम को होने जा रही है। यह बैठक कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के निवास पर बुलाई गई है, जिसमें तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन सहित कई प्रमुख विपक्षी नेताओं से राहुल गांधी और कांग्रेस महासचिव केसी वेणुगोपाल ने बातचीत की है। हालांकि, इस बैठक से तृणमूल कांग्रेस और आम आदमी पार्टी दूरी बनाए रखेंगी। सूत्रों के अनुसार तृणमूल कांग्रेस के नेता 21 जुलाई को कोलकाता में 'शहीद दिवस' कार्यक्रम के चलते बैठक में शामिल नहीं हो पाएंगे। वहीं आम आदमी पार्टी गुजरात सहित कई राज्यों में पार्टी विस्तार में जुटी है और उसका मानना है कि INDIA गठबंधन केवल लोकसभा चुनाव तक सीमित था। पार्टी ने कांग्रेस के साथ कई राज्यों में सीधी टक्कर का रास्ता चुना है। यह बैठक ऐसे समय हो रही है जब संसद का मानसून सत्र शुरू होने वाला है और बिहार में मतदाता सूची के विशेष पुनरीक्षण को लेकर राजनीतिक घमासान मचा हुआ है। इससे पहले INDIA गठबंधन की बैठकें 3 जून और 5 जून 2024 को हुई थीं, जिनमें 'ऑपरेशन सिंदूर' पर संसद का विशेष सत्र बुलाने की मांग की गई थी और चुनावी समीक्षा की गई थी।
गठबंधन को लेकर विपक्ष के भीतर भी मतभेद उभरते रहे हैं। जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने जनवरी में गठबंधन को समाप्त करने की बात कही थी। उन्होंने कहा था कि लोकसभा चुनाव के बाद से कोई बैठक नहीं हुई है, न कोई एजेंडा है, न ही कोई लीडरशिप। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने दिसंबर 2024 में उपचुनावों में गठबंधन के खराब प्रदर्शन पर नाराजगी जाहिर करते हुए कहा था कि यदि मौका मिले तो वह स्वयं नेतृत्व करने के लिए तैयार हैं। उनके बयान को शिवसेना (UBT) और समाजवादी पार्टी ने समर्थन दिया था। भाजपा ने इस पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा था कि विपक्ष के नेता कांग्रेस नेतृत्व पर भरोसा नहीं करते और अब भी राहुल गांधी को अनुभवहीन मानते हैं।
इसी तरह, आरजेडी नेता तेजस्वी यादव ने भी इस साल जनवरी में कहा था कि INDIA गठबंधन केवल लोकसभा चुनाव तक था। उनका कहना था कि कांग्रेस और AAP जैसे दलों के बीच मतभेद अस्वाभाविक नहीं हैं और गठबंधन का मूल उद्देश्य भाजपा को हराना था। INDIA गठबंधन की कुल छह बैठकें अब तक हो चुकी हैं। पहली बैठक 23 जून 2023 को पटना में नीतीश कुमार की पहल पर हुई थी, जो बाद में एनडीए में शामिल हो गए। अंतिम बैठक 1 जून 2024 को हुई, जिसमें खड़गे ने दावा किया था कि गठबंधन को 295 से अधिक सीटें मिलेंगी और इस आंकड़े में कोई बदलाव नहीं होगा क्योंकि यह सभी नेताओं की सहमति से तय किया गया है।