मुंबई, 07 मई, (न्यूज़ हेल्पलाइन)। भारत की तरफ से पाकिस्तान के 9 आतंकी ठिकानों पर की गई एयर स्ट्राइक को पाकिस्तान ने एक्ट ऑफ वॉर कहा है। पाकिस्तान ने दावा किया है कि वह भारत से इसका बदला लेगा। जगह और समय चुनकर हमला करेंगे। प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने पाकिस्तान की संसद में कहा कि भारत ने कायराना हमला किया। उन्होंने फिर यह दावा कि 22 अप्रैल को पहलगाम में हुए हमले से पाकिस्तान का कोई लेना-देना नहीं है। उन्होंने कहा कि इस हमले के जवाब में पाकिस्तान ने कार्रवाई की, जिसमें 5 भारतीय लड़ाकू विमानों को मार गिराया गया। इनमें 3 राफेल हैं। इससे यह साबित होता है कि पाकिस्तान दुश्मन के विमानों को समंदर में गिराने के लिए पूरी तरह तैयार है। भारत के एक्शन में पाकिस्तान को फतह हासिल हुई है। उन्होंने बताया कि पाकिस्तान की तीनों सेनाएं कई दिनों से तैयारी में लगी थीं, जिसकी वजह से वो भारत के विमानों को गिरा सकीं। वहीं, इससे पहले शहबाज शरीफ नेशलन सिक्योरिटी काउंसिल की बैठक में शामिल हुए थे। इस बैठक में भारत के हमले को पाकिस्तान की संप्रभुता का उल्लंघन करार दिया गया। बैठक में सेना प्रमुखों, आईएसआई चीफ और कई केंद्रीय मंत्रियों ने हिस्सा लिया। शहबाज बोले कि इस कार्रवाई से भारत ने हमें युद्ध के लिए उकसाया है।
वहीं, पाकिस्तान अखबार डॉन की रिपोर्ट के मुताबिक नेशलन सिक्योरिटी काउंसिल की मीटिंग खत्म होने पर पाक पीएम के कार्यालय ने आधिकारिक बयान जारी कर कहा है कि हमारे पास अपने चुने हुए समय, स्थान और तरीके से जवाब देने का अधिकार है। शहबाज ने ये भी कहा कि हमने भारत के राफेल विमानों की कम्युनिकेशन लॉक कर दी और वो वापस चले गए। भारत के 80 जहाजों ने पाकिस्तान के 6 शहरों पर हमला किया। इनमें POK के 2 इलाके भी थे। पाकिस्तान के जहाजों ने भारत के 5 जहाजों को मार गिराया, जिनमें 3 राफेल हैं। वो श्रीनगर और बठिंडा में जाकर गिरे। NSC ने भारत पर जानबूझकर रिहायशी इलाकों को निशाना बनाने का आरोप लगाते हुए इसे अंतरराष्ट्रीय कानून का उल्लंघन बताया है। NSC ने कहा है कि क्षेत्र में तनाव बढ़ने की पूरी जिम्मेदारी भारत पर ही है। बयान में कहा गया है कि पाकिस्तान अपने नागरिकों का नुकसान और अखंडता का उल्लंघन कभी बर्दाश्त नहीं करेगा।
आपको बता दें, इंडियन एयरफोर्स ने मंगलवार आधी रात 1:05 बजे पाकिस्तान और पीओके, यानी पाक अधिकृत कश्मीर के भीतर एयर स्ट्राइक की। इस हमले में 9 आतंकी ठिकानों को निशाना बनाया गया है। इसमें 100 से ज्यादा आतंकी मारे गए हैं। भारत की ये जवाबी कार्रवाई पहलगाम हमले के 15 दिन बाद की गई है और इसका नाम दिया है ‘ऑपरेशन सिंदूर’। ये नाम उन महिलाओं को समर्पित है, जिनके पतियों की पहलगाम में 22 अप्रैल को आतंकियों ने हत्या कर दी थी।