बांग्लादेश की पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना को मिली सज़ा-ए-मौत ने देश के राजनीतिक परिदृश्य को गर्मा दिया है। हसीना इस कठोर न्यायिक फैसले को एक सियासी अवसर में बदलने की ज़ोरदार तैयारी कर रही हैं। दिल्ली से सक्रिय हसीना का मुख्य उद्देश्य इस फैसले को आधार बनाकर अपने समर्थकों को सड़कों पर उतारना और देश में विद्रोह की ज़मीन तैयार करना है। इसके लिए उन्होंने एक बड़ा और संगठित प्लान तैयार किया है।
कार्यकारी अध्यक्ष की नियुक्ति: विद्रोह की रणनीति
बांग्लादेशी अखबार 'कलेर कथा' के अनुसार, शेख हसीना की पार्टी आवामी लीग (AL) जल्द ही एक नए कार्यकारी अध्यक्ष की नियुक्ति करने जा रही है। इस कार्यकारी अध्यक्ष का प्रमुख काम ढाका में मोहम्मद यूनुस की वर्तमान अंतरिम सरकार के ख़िलाफ़ बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन और विद्रोह को संगठित करना होगा।
कार्यकारी अध्यक्ष की दौड़ में सबसे आगे सलीना हयात इवी का नाम है।
कौन हैं सलीना हयात इवी?
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शेख हसीना की करीबी मानी जाने वाली सलीना आवामी लीग की एक मज़बूत नेता हैं।
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वह नारायणगंज की पूर्व मेयर रही हैं।
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वर्तमान में, वह जुलाई विद्रोह के दौरान लोगों पर अत्याचार के आरोप में जेल में बंद हैं, हालांकि उन्हें ढाका हाईकोर्ट से ज़मानत मिल चुकी है। इसके बावजूद, उन्हें अभी तक रिहा नहीं किया गया है।
माना जा रहा है कि सलीना को आवामी लीग की कमान सौंपकर हसीना जनता की सहानुभूति बटोरने की कोशिश कर रही हैं। 59 वर्षीय सलीना को सियासत विरासत में मिली है और वह लंबे समय से हसीना के साथ काम कर रही हैं।
अगर सलीना को कमान नहीं मिलती है, तो पूर्व स्पीकर शिरीन शर्मिन चौधरी या पूर्व सांसद साबिर हुसैन चौधरी भी कार्यकारी अध्यक्ष की भूमिका संभाल सकते हैं।
ग्राउंड पर मज़बूत आवामी लीग
शेख हसीना के तख़्तापलट और उनके ख़िलाफ़ आए फैसले के बावजूद, ज़मीनी स्तर पर आवामी लीग के कार्यकर्ता बेहद सक्रिय हैं। पिछले दो दिनों में ढाका, मैमनसिंह मार्ग, गोपालगंज और गाजीपुर जैसे इलाकों से 1,600 से अधिक आवामी लीग कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार किया गया है। यह दिखाता है कि पार्टी का ढांचा अभी भी ज़मीन पर काम कर रहा है।
हसीना ने हाल ही में एक वीडियो संदेश में अपने कार्यकर्ताओं को उत्साहित करते हुए कहा था कि आवामी लीग को दबाया नहीं जा सकता है। उन्होंने चेतावनी दी थी कि अगर यूनुस की सरकार ऐसा करने की कोशिश करेगी तो "उसे हम उखाड़ फेंकेंगे।"
इसके जवाब में, चीफ़ एडवाइज़र मोहम्मद यूनुस ने स्पष्ट किया है कि बांग्लादेश में आवामी लीग को बैन कर दिया गया है।
🇬🇧 ब्रिटेन से साजिद वाजिद के संकेत
ब्रिटेन में मौजूद शेख हसीना के बेटे साजिद वाजिद ने मंगलवार (18 अक्टूबर) को एक बयान जारी कर सरकार गिराने के साफ़ संकेत दिए हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि उनकी माँ को एक योजनाबद्ध तरीके से दोषी करार दिया गया है और उन्हें इस फैसले की जानकारी पहले से थी।
साजिद ने कहा, "हम जल्द ही वापस लौटेंगे। यूनुस की सरकार गिराकर हम फिर बांग्लादेश की सत्ता पर काबिज होंगे।" साजिद, जो हसीना की सरकार में सलाहकार रह चुके हैं, को बांग्लादेश में उनका सियासी उत्तराधिकारी माना जाता है। वह पहले भी कई मौकों पर यूनुस सरकार को घेर चुके हैं।