पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने आज, संविधान दिवस के अवसर पर, कोलकाता के रेड रोड पर एक विशाल जनसभा को संबोधित किया. अपने संबोधन के दौरान, उन्होंने संविधान और लोकतंत्र पर मंडरा रहे खतरे पर ज़ोर दिया और केंद्र सरकार पर तीखे हमले किए.
आंबेडकर और बंगाल का गौरव
मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने संविधान के निर्माता डॉ. बी.आर. आंबेडकर को याद करते हुए एक महत्वपूर्ण ऐतिहासिक तथ्य पर प्रकाश डाला. उन्होंने कहा कि डॉ. आंबेडकर संविधान समिति के चेयरमैन थे, और "आपको पता होना चाहिए कि वे अविभाजित बंगाल से चुने गए थे, जिससे हमें उन पर बहुत गर्व होता है, क्योंकि बहुत से लोग यह इतिहास नहीं जानते.
नागरिकता और वोटिंग के अधिकार पर सवाल
ममता बनर्जी ने वर्तमान राजनीतिक माहौल पर गहरी चिंता व्यक्त की. उन्होंने कहा कि आज जब डेमोक्रेसी और धर्म पर हमला हो रहा है और नागरिकता तथा वोटिंग के अधिकार पर सवाल उठाए जा रहे हैं, तो हमें खुद से पूछना चाहिए:
"क्या अब हमें अपनी नागरिकता का सबूत देना होगा?"
उन्होंने इस स्थिति के लिए सीधे तौर पर केंद्र सरकार की नीतियों को जिम्मेदार ठहराया और कहा, "इसके पीछे NRC काम कर रहा है. हम इससे हैरान और दुखी हैं, इसीलिए मैं आज यहां भारत के लोकतंत्र की रक्षा करने का संकल्प लेती हूँ, जो सबसे बड़ा है."
ममता बनर्जी के 10 बड़े हमले और बयान:
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आज़ादी का श्रेय: "हमें आजादी आज सत्ता में बैठे लोगों की दया से नहीं मिली, हमें यह स्वतंत्रता सेनानियों की वजह से मिली. यहाँ 90% बंगाली थे जिन्होंने आजादी के लिए लड़ाई लड़ी, जबकि पंजाब का भी सबसे बड़ा योगदान था."
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बंगाल की पहचान: "क्या वे बंगाल की पहचान खत्म करने की कोशिश कर रहे हैं? बंगाल ने हमेशा डेमोक्रेसी, सेक्युलरिज़्म और एकता के लिए लड़ाई लड़ी है."
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संसद में नारे: "मैंने मीडिया में देखा कि हम पार्लियामेंट में जय हिंद और वंदे मातरम नहीं कह सकते, हालांकि मुझे नहीं पता कि यह सच है या नहीं. क्या यह मंज़ूर है?"
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धार्मिक बंटवारा: "हमें यह देखकर दुख हो रहा है कि डेमोक्रेटिक अधिकार छीने जा रहे हैं और हर जगह धार्मिक आधार पर बंटवारा हो रहा है."
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उत्पीड़न: उन्होंने कहा कि तपसीली, दलित, आदिवासी, माइनॉरिटी या हिंदू वोटर—सभी पर ज़ुल्म किया जा रहा है. "जो लोग [SIR की वजह से] मरे, उनमें से ज़्यादातर हिंदू थे. हम सब एक हैं, हमें यह याद रखना चाहिए."
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बिहार में घर गिराए: "नागरिकता के मुद्दे [CAA-SIR] की वजह से लोगों को मरने के कगार पर पहुंचा दिया है... बिहार में लोगों के घर गिरा दिए गए हैं. यह BJP की चाल है, चुनाव के बाद लूटने की."
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एजेंसियों पर आरोप: "सभी एजेंसियां मिलीभगत कर रही हैं... पत्रकारों को खरीदा गया है क्योंकि उनके बॉस को इन एजेंसियों का इस्तेमाल करके धमकाया जा रहा है."
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2029 की भविष्यवाणी: "तुम अब पावर में नहीं रहोगे. मैं तुम्हें बता दूं कि तुम्हारी सरकार 2029 में गिर जाएगी. यह उससे पहले भी हो सकता है!"
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BLOs की मौतें: उन्होंने कहा कि 23 BLOs की मौत (पश्चिम बंगाल में) गंभीर मुद्दा है. उन्होंने पूछा कि "गुजरात और MP में BLO की मौतों के लिए कौन ज़िम्मेदार है? वहां BJP की सरकार है."
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48 घंटे का इंतज़ार: उन्होंने इलेक्शन कमीशन पर निशाना साधा और कहा कि BLOs को सिर्फ अपनी बात सुनाने के लिए 48 घंटे इंतज़ार क्यों करना चाहिए? "यह कैसा घमंड है?"
मुख्यमंत्री ने कहा कि "हम संविधान को मानेंगे... आज़ादी के दीवानों ने हमें जो भी गाइडेंस दी है, हम उनकी गाइडलाइंस को मानेंगे, BJP की गाइडलाइंस को नहीं."