मुंबई, 03 दिसम्बर, (न्यूज़ हेल्पलाइन)। UIDAI ने आधार सेवाओं को और आसान बनाते हुए नए आधार ऐप में मोबाइल नंबर बदलने की सुविधा शुरू कर दी है। अब यूजर्स बिना किसी दस्तावेज़ या केंद्र जाने की झंझट के घर बैठे नया मोबाइल नंबर अपडेट कर सकेंगे। आने वाले समय में नाम, पता और ईमेल जैसी जानकारियां भी इसी ऐप के जरिए बदली जा सकेंगी। नई सुविधा खासतौर पर उन लोगों के लिए फायदेमंद होगी जो दूरदराज इलाकों में रहते हैं, वृद्ध हैं या जिन्हें बार-बार आधार अपडेट सेंटर जाना मुश्किल पड़ता है। UIDAI ने बताया कि पूरी प्रक्रिया केवल OTP और फेस ऑथेंटिकेशन से पूरी हो जाएगी।
नई सर्विस कैसे चलेगी?
UIDAI के अनुसार आधार ऐप में मोबाइल नंबर अपडेट करने की प्रक्रिया बेहद सरल है और इसमें किसी तरह का दस्तावेज़ अपलोड नहीं करना पड़ता। यह पूरी प्रक्रिया कुछ ही मिनटों में पूरी हो जाती है। यदि आपने आधार ऐप इंस्टॉल नहीं किया है, तो इसे डाउनलोड और सेटअप करने के बाद आप बदलाव शुरू कर सकते हैं।
एप सेटअप करने के स्टेप्स
- आधार ऐप डाउनलोड करें।
- आधार नंबर डालकर लॉगिन करें।
- रजिस्टर्ड नंबर पर आए OTP को वेरिफाई करें।
- आगे उपयोग के लिए 6 अंकों का PIN सेट करें।
मोबाइल नंबर अपडेट करने की प्रक्रिया
- 6 अंकों का PIN डालकर लॉगिन करें।
- 'My Aadhaar Update' सेक्शन पर जाएं।
- मोबाइल नंबर अपडेट के विकल्प पर क्लिक करें।
- निर्देश पढ़ने के बाद ‘Continue’ पर क्लिक करें।
- मौजूदा मोबाइल नंबर डालकर OTP वेरिफाई करें।
- नया मोबाइल नंबर डालकर OTP वेरिफाई करें।
- फेस ऑथेंटिकेशन करें — कैमरे में देखें और एक बार आंख बंद–खोलें।
- ₹75 का पेमेंट करें और प्रोसेस पूरी हो जाएगी।
मोबाइल नंबर अपडेट करना क्यों जरूरी?
आधार भारत की सबसे बड़ी पहचान सर्विस है, जिससे 130 करोड़ से अधिक लोग जुड़े हैं। मोबाइल नंबर आधार से लिंक होने के कारण बैंकिंग, सब्सिडी, इनकम टैक्स e-Verification, डिजीलॉकर और कई सरकारी सेवाओं तक पहुंचना आसान हो जाता है। पुराना या बंद नंबर होने से OTP आधारित सभी सेवाएं रुक जाती हैं। पहले अपडेट के लिए आधार सेंटर जाना पड़ता था, लेकिन अब यह प्रक्रिया पूरी तरह डिजिटल बना दी गई है।
नया आधार ऐप — क्या खास है?
UIDAI ने हाल ही में नया आधार ऐप लॉन्च किया था, जिसमें एक ही फोन में 5 लोगों के आधार सेव करने की सुविधा है। इसमें सिलेक्टिव शेयरिंग की सुविधा दी गई है, जिससे केवल जरूरी जानकारी ही शेयर होती है। साथ ही, UPI की तरह QR स्कैन करके आधार की डिटेल सुरक्षित तरीके से शेयर की जा सकती है। ऐप को और सुरक्षित बनाने के लिए फेस ऑथेंटिकेशन, बायोमेट्रिक लॉगिन और मल्टी-लैंग्वेज सपोर्ट जैसे फीचर्स जोड़े गए हैं। इंटरनेट न होने पर भी आप e-Aadhaar देख सकते हैं।
पुराने mAadhaar ऐप से क्या फर्क है?
- mAadhaar — PDF डाउनलोड, PVC कार्ड ऑर्डर, कुछ बुनियादी अपडेट्स के लिए बेहतर।
- नया आधार ऐप — प्राइवेसी-फर्स्ट, सिर्फ आवश्यक जानकारी साझा करने की सुविधा, आसान और ज्यादा सुरक्षित।
नया ऐप क्यों फायदेमंद?
- होटल, बैंक और SIM KYC बेहद तेज
- फैमिली मैनेजमेंट आसान — एक मोबाइल पर कई आधार
- डेटा लीक का खतरा कम — सिलेक्टिव डिस्क्लोजर
- फेस ऑथेंटिकेशन से अधिक सुरक्षा
आधार की शुरुआत
आधार 2009 में शुरू हुआ था और आज यह 1.3 अरब लोगों की पहचान का आधार बन चुका है। डिजिटल इंडिया के लक्ष्य को आगे बढ़ाते हुए UIDAI अब पूरी प्रक्रिया को ऑनलाइन और पेपरलेस बनाने की दिशा में काम कर रहा है।
मुख्य बिंदु -
| विषय |
विवरण |
मुख्य लाभ |
| नई सुविधा |
आधार ऐप से मोबाइल नंबर घर बैठे अपडेट |
बिना सेंटर जाए आसान प्रक्रिया |
| वेरिफिकेशन तरीका |
OTP + फेस ऑथेंटिकेशन |
किसी दस्तावेज़ की जरूरत नहीं |
| फीस |
₹75 |
ऑनलाइन पेमेंट से प्रक्रिया पूरी |
| जल्द आने वाली सुविधाएं |
नाम, पता, ईमेल अपडेट |
पूरी तरह डिजिटल आधार सर्विस |
| नए ऐप की खासियत |
फेस स्कैन, मल्टी-लैंग्वेज, ऑफलाइन e-Aadhaar |
ज्यादा सुरक्षा + सुविधा |
| पुराने ऐप से अंतर |
नया ऐप प्राइवेसी-फर्स्ट |
सिर्फ जरूरी जानकारी शेयर |
| किसे ज्यादा फायदा |
ग्रामीण, सीनियर सिटिजन, माइग्रेंट |
समय और मेहनत दोनों बचेंगे |