भारत और पाकिस्तान के बीच संबंध लंबे समय से तनावपूर्ण रहे हैं। हाल ही में पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद यह तनाव और अधिक गहरा गया है। इस हमले में निर्दोष नागरिकों की जान जाने से भारतीय जनमानस में भारी आक्रोश है। ऐसे माहौल में भारत और पाकिस्तान के बीच क्रिकेट खेलने को लेकर फिर से बहस छिड़ गई है। कई लोग दोनों देशों के बीच किसी भी तरह के खेल या सांस्कृतिक आदान-प्रदान पर रोक लगाने की मांग कर रहे हैं।
इसी बीच एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ है, जिसमें भारतीय क्रिकेटर ईशान किशन और पाकिस्तानी तेज गेंदबाज मोहम्मद अब्बास को एकसाथ काउंटी क्रिकेट में खेलते हुए देखा गया। वीडियो में दोनों खिलाड़ियों को एक विकेट के बाद साथ में जश्न मनाते हुए देखा गया, जिसने इंटरनेट पर बवाल खड़ा कर दिया है।
ईशान किशन ने पाकिस्तानी खिलाड़ी के साथ मनाया जश्न
विकेटकीपर बल्लेबाज ईशान किशन इन दिनों इंग्लैंड में काउंटी चैंपियनशिप खेल रहे हैं। वे नॉटिंघमशायर की ओर से खेल रहे हैं, और इसी टीम का हिस्सा पाकिस्तानी तेज गेंदबाज मोहम्मद अब्बास भी हैं। एक मुकाबले के दौरान अब्बास की गेंद पर एक बल्लेबाज ने कैच दिया, जिसे विकेट के पीछे ईशान किशन ने लपक लिया। विकेट मिलने के बाद ईशान और अब्बास एक साथ सेलिब्रेशन करते नजर आए।
इस घटना का वीडियो जैसे ही सोशल मीडिया पर वायरल हुआ, कुछ यूज़र्स ने ईशान किशन को आड़े हाथों लेना शुरू कर दिया। उनका कहना है कि जब भारत-पाकिस्तान के रिश्ते इतने तनावपूर्ण हैं, तब एक भारतीय खिलाड़ी का पाकिस्तानी खिलाड़ी के साथ इस तरह का व्यवहार राष्ट्रीय भावनाओं के खिलाफ है।
क्या गलत कर रहे हैं फैंस?
यह पहला मौका नहीं है जब किसी भारतीय खिलाड़ी ने विदेशी लीग में पाकिस्तानी खिलाड़ी के साथ खेला हो। काउंटी क्रिकेट, कैरेबियन प्रीमियर लीग (CPL) और बिग बैश लीग (BBL) जैसे टूर्नामेंट में कई बार भारतीय और पाकिस्तानी खिलाड़ी आमने-सामने या साथ-साथ नजर आ चुके हैं।
हालांकि, इस बार भारत में भावनाएं बेहद संवेदनशील हैं क्योंकि हाल ही में जम्मू-कश्मीर में निर्दोष नागरिकों पर आतंकी हमला हुआ है। इसलिए क्रिकेट जैसे मुद्दों पर भी लोगों की संवेदनाएं उबाल पर हैं।
वहीं दूसरी ओर क्रिकेट एक पेशेवर खेल है, जहां खिलाड़ी अपने करियर को आगे बढ़ाने के लिए अंतरराष्ट्रीय मंच पर खेलने का मौका ढूंढते हैं। काउंटी क्रिकेट भारतीय खिलाड़ियों के लिए फॉर्म में लौटने और टेस्ट क्रिकेट की तैयारी का एक बेहतरीन मंच होता है। ऐसे में ईशान किशन का काउंटी खेलना उनके करियर को पुनर्जीवित करने का प्रयास है, न कि कोई राजनीतिक संदेश।
बल्ले से भी चमके किशन
इस विवाद के बीच ईशान किशन का प्रदर्शन शानदार रहा। उन्होंने नॉटिंघमशायर के लिए नंबर 6 पर बल्लेबाजी करते हुए 98 गेंदों में 87 रन की तेजतर्रार पारी खेली। इस पारी में उन्होंने 12 चौके और 1 छक्का लगाया।
किशन की इस पारी की वजह से नॉटिंघमशायर की टीम ने पहली पारी में 487 रन बनाए। जवाब में यॉर्कशायर की टीम दिन का खेल खत्म होने तक 153/3 के स्कोर पर थी। किशन न केवल विकेट के पीछे सक्रिय दिखे, बल्कि बल्ले से भी उन्होंने यह साबित किया कि वे अभी भी राष्ट्रीय टीम में वापसी के हकदार हैं।
लंबे समय से बाहर हैं किशन
ईशान किशन पिछले 18 महीनों से टीम इंडिया से बाहर चल रहे हैं। कभी रोहित शर्मा और ऋषभ पंत के साथ टेस्ट और वनडे में एक प्रमुख नाम रहे किशन, अब चयनकर्ताओं की नजरों से बाहर हैं। हालांकि घरेलू क्रिकेट और अब काउंटी में भी उनका प्रदर्शन लगातार अच्छा रहा है।
वह काउंटी में खेलकर अपने खेल को धार दे रहे हैं, ताकि राष्ट्रीय टीम में एक बार फिर जगह बना सकें। लेकिन पाकिस्तान से जुड़े विवाद में उनका नाम आ जाना निश्चित तौर पर उनके लिए चिंता की बात होगी।
निष्कर्ष
जहां एक ओर देश का माहौल बेहद संवेदनशील है, वहीं दूसरी ओर क्रिकेट एक अंतरराष्ट्रीय पेशेवर खेल है, जहां खिलाड़ी अपने करियर की दिशा तय करने के लिए दुनिया के अलग-अलग हिस्सों में खेलते हैं। ईशान किशन का मोहम्मद अब्बास के साथ काउंटी मैच खेलना या जश्न मनाना, शायद उनके व्यक्तिगत करियर की रणनीति का हिस्सा हो सकता है – लेकिन जब देश के जज्बात भड़के हुए हों, तब ऐसे दृश्य सामाजिक और राजनीतिक विवाद का कारण बन सकते हैं।
"क्रिकेट एक खेल है, लेकिन जब बात देश की भावना की हो, तो हर कदम सोच-समझकर रखना जरूरी हो जाता है।"