रणवीर सिंह की बहुप्रतीक्षित फिल्म ‘धुरंधर’ रिलीज़ से पहले ही गहरे विवाद में फंस गई है। दर्शकों में भले ही फिल्म को लेकर उत्सुकता हो, लेकिनइससे पहले यह प्रोजेक्ट अब एक गंभीर कानूनी लड़ाई का हिस्सा बन चुका है। स्वर्गीय मेजर मोहित शर्मा (अशोक चक्र, सेना मेडल) के माता-पिता नेफिल्म की रिलीज़ पर तत्काल रोक लगाने की मांग करते हुए दिल्ली हाई कोर्ट का दरवाज़ा खटखटाया है। उनका आरोप है कि फिल्म बिना उनकीअनुमति और बिना सेना की आधिकारिक मंजूरी के बनाई गई है — जो सीधे तौर पर एक शहीद के व्यक्तिगत और नैतिक अधिकारों का उल्लंघन है।
परिवार के अनुसार, ‘धुरंधर’ की कहानी मेजर शर्मा के जीवन, उनके गुप्त अभियानों और उनकी वीरमृत्यु से काफी मिलती-जुलती प्रतीत होती है। उनकीयाचिका में कहा गया है कि न तो मेकर्स ने परिवार से संपर्क किया, न परामर्श लिया, न ही किसी प्रकार की अनुमति मांगी, जबकि मीडिया रिपोर्ट्स मेंलगातार यह बताया जा रहा है कि फिल्म की कहानी उनसे प्रेरित है। परिवार का कहना है कि यदि मेकर्स ने उनके बेटे की बहादुरी पर फिल्म बनाई है, तो इसका श्रेय छिपाना और अनुमति ना लेना — दोनों ही संवैधानिक रूप से गलत हैं।
याचिका में यह भी जोर देकर कहा गया है कि “शहीद कोई मुनाफे की वस्तु नहीं होता।” किसी भी सैनिक की निजी और बलिदानी यात्रा को उनकीअनुमति या कानूनी वारिसों की सहमति के बिना दिखाना — आर्टिकल 21 में निहित पर्सनैलिटी राइट्स का स्पष्ट उल्लंघन है। परिवार का दावा है किबिना मंजूरी के सैन्य अभियानों की झलक दिखाना राष्ट्रीय सुरक्षा से भी खिलवाड़ हो सकता है।
मेजर शर्मा के माता-पिता ने अदालत से मांग की है कि फिल्म की रिलीज़ तुरंत रोकी जाए और किसी भी सार्वजनिक प्रदर्शन से पहले परिवार के लिएअनिवार्य प्राइवेट स्क्रीनिंग आयोजित की जाए, ताकि देखा जा सके कि फिल्म में उनके बेटे का जीवन गलत तरीके से पेश तो नहीं किया गया है।याचिका में CBFC, ADGPI, निर्देशक आदित्य धर और जियो स्टूडियोज को पार्टी बनाया गया है।
फिल्म ‘धुरंधर’, जिसका निर्देशन आदित्य धर ने किया है, एक मिलिट्री-थ्रिलर है। फिल्म में रणवीर सिंह के साथ सारा अर्जुन, अक्षय खन्ना, अर्जुनरामपाल, संजय दत्त और आर. माधवन अहम भूमिकाओं में नज़र आएंगे। यह फिल्म 5 दिसंबर को सिनेमाघरों में रिलीज़ होने वाली है — लेकिन अबयह देखना बाकी है कि अदालत क्या फैसला सुनाती है।